
अररिया । फारबिसगंज राम मनोहर लोहिया पथ स्थित रेलवे गुमटी के पास स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टॉक रुम रविवार अहले सुबह आग लग गई,जिसमें लाखों रूपये मूल्य के दवाईयों के साथ अन्य समान जलकर राख हो गए। आग करीबन पौने पांच बजे के करीब लगी और उस समय बारिश भी हो रही थी।स्थानीय लोगों के द्वारा आग लगने की जानकारी पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव बसाक सहित अग्निशमन विभाग को दिया गया।जिसके बाद मौके पर फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद लगे आग पर काबू पाया।
आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पा रहा है।अस्पताल प्रबंधन जहां आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बता रहे हैं।वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस समय अस्पताल में आग लगी थी,उस समय वर्षापात और मेघ गर्जन के कारण बिजली नहीं थी।आगलगी की घटना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उत्तर दिशा स्थित पुराना आयुर्वेदिक अस्पताल में हुई।जिसका इस्तेमाल इन दिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दवाईयों के स्टॉक सहित अन्य विभागीय कार्यों को लिए किया जाता है।
मामले को लेकर पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव बसाक ने कहा कि आग लगने का स्पष्ट कारण कहा नहीं जा सकता है।लेकिन ऐसी संभावना जताई जा सकती है कि शायद शॉर्ट सर्किट के कारण उठी चिंगारी धीरे धीरे सुलगकर विकराल रूप ले लिया।आगजनी में लाखों की दवाईयां और अन्य समानों के जलने का अनुमान है।सही आंकड़ा स्टॉक मिलाने के बाद ही सामने आ सकता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आयुर्वेदिक अपस्ताल वाला भवन के सामने बड़ी संख्या में अतिक्रमण है।सड़क को अतिक्रमित कर फल की दुकानों के साथ अन्य दुकानें और ऑटो को खड़ा करने के लिए जमीन का इस्तेमाल किया जाता है।अस्पताल के पीछे कभी दुकानदारों द्वारा भी कार्टून या टोकरी को जलाने के काम करते हैं।ऐसे में आग कैसे लगी,यह जांच का विषय है।मौके पर मौजूद लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि विभाग के काले करतूतों को छिपाने के लिए भी स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा भी आगजनी करवाई जा सकती है,जिसका निष्पक्ष जांच जरूरी है।
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