राजस्थान में भाजपा की भजनलाल सरकार के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीना की 'छापेमारी कार्रवाई' ने इन दिनों लापरवाह अधिकारियों और कृषि उत्पादों से छेड़छाड़ करने वाले कई कारोबारियों की नींद उड़ा दी है। मीना इन दिनों पूरे एक्शन में नजर आ रहे हैं। अपनी कार्यशैली के कारण वे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गए हैं। मीना ने हाल ही में नकली खाद बनाने वाली कई फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर कई लोगों की नींद उड़ा दी है। मीना की छापेमारी कार्रवाई से कृषि विभाग के अधिकारियों में खौफ पैदा हो गया है।
दरअसल, मंत्री बनने के कुछ समय बाद ही मीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन करीब नौ महीने तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। इस दौरान मीना मंत्री तो रहे लेकिन वे अपने विभाग से दूर रहे। इसे लेकर राजस्थान की सियासत गरमाई रही। विपक्ष मीना के इस्तीफे के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगता रहा। बयानबाजी का दौर जारी रहा। लेकिन जब मीना का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया तो वे पिछले सप्ताह मार्च के अंत में फिर से काम पर लौट आए।
अब मैं काम करूंगा और ऐसा करूंगा कि कृषि विभाग की छवि बदल सकूं
उन्होंने कहा कि काम करने के लिए ऊपर से आदेश है। उन्होंने घोषणा की थी कि किसानों से जुड़ी सरकार की योजनाएं हर हाल में किसानों तक पहुंचनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अब वे कृषि विभाग को चमकाकर छोड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि अब मैं काम करूंगा और ऐसा करूंगा कि कृषि विभाग की छवि बदल सकूं। इसके बाद मीना ने विभाग पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
नकली खाद बेचने वालों के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू
अब मीना ने किसानों को गुमराह कर नकली खाद बेचने वालों के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। मीना एक के बाद एक ऐसी फैक्ट्रियों और गोदामों पर छापेमारी कर रहे हैं, जहां खाद के नाम पर किसानों से ठगी की जा रही है। हाल ही में मीना ने अजमेर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापेमारी की थी, जिससे इसे बनाने वालों और उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारियों में हड़कंप मच गया था।
13 फैक्ट्रियों को सीज किया गया है और सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। मीना की छापेमारी में तीन फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस के चलती पाई गईं। मीना की इस छापेमारी के बाद ऐसी 13 फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं और सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। शुरुआती जांच में स्थानीय विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। जानकारों का कहना है कि मीना की छापेमारी अभी नहीं रुकेगी। नकली खाद के बाद मंत्री मीना ने कृषि से जुड़ी दूसरी चीजों में भी फर्जीवाड़ा करने वाले कारोबारियों और उनका साथ देने वाले अधिकारियों पर भी नजर रख दी है। किसकी बारी कब आएगी यह तो वक्त ही बताएगा। वैसे भी मीना की इस छापेमारी ने अधिकारियों को परेशान कर दिया है। मीना और छापेमारी अभी नहीं रुकी है।
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