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आंध्र प्रदेश: वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ में नौ लोगों की मौत, कैसे हुआ हादसा?

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BBC भगदड़ में घायल सृजना का इलाज अस्पताल में चल रहा है

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम ज़िले के कासीबुग्गा में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को भगदड़ मचने से नौ लोगों की मौत हो गई.

पुलिसकर्मियों ने बीबीसी तेलुगु से इसकी पुष्टि की है.

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक़ सात लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि दो लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई.

अधिकारियों ने बताया कि हादसे में घायल 15 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है.

बीबीसी तेलुगू के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि यह एक निजी मंदिर है और इसे चार महीने से भी कम समय पहले खोला गया है.

'निजी मंदिर, सरकार को जानकारी नहीं थी' image Getty Images आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर दुख जताया है.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा "यह कोई सरकारी मंदिर नहीं है, बल्कि एक व्यक्ति द्वारा अपने पैसों से बनवाया गया मंदिर है. सरकार के पास इसके बारे में जानकारी नहीं है. जिला अधिकारियों को भी मंदिर के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी."

image AnamRamanarayanareddy आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी ने भी कहा कि जिस मंदिर में हादसा हुआ उसका प्रबंधन सरकार के हाथ में नहीं था.

आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी ने कहा, "कासीबुग्गा स्थित जिस मंदिर में भगदड़ मची थी, उसका प्रबंधन निजी व्यक्तियों द्वारा किया जाता है. सरकार को मंदिर के बारे में कोई जानकारी नहीं है."

उन्होंने एक वीडियो में कहा कि "एकादशी के दिन कासीबुग्गा के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में उस समय भगदड़ मच गई जब हजारों भक्त दर्शन के लिए एकत्र हुए थे. वहां लगे बैरिकेड और कतारें टूट गईं और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. कुछ लोग गिरे हुए लोगों के ऊपर से चले गए."

उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी और बंदोबस्ती विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.

कैसे हुआ हादसा? image UGC श्रीकाकुलम जिला पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने कहा है कि रेलिंग टूटने के कारण हादसा हुआ

कृषि मंत्री के अच्चेन्नायडू ने बताया कि मंदिर में दो मंज़िलें हैं. ग्राउंड फ्लोर से सीढ़ियाँ चढ़कर ऊपरी मंज़िल पर जाना होता है जहां वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति रखी गई है.

उन्होंने बताया कि एकादशी होने के कारण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए थे.

उन्होंने कहा, "जब लोग ग्राउंड से ऊपरी मंजिल पर जा रहे थे, उन्होंने रेलिंग पकड़ी हुई थी. वो रेलिंग गिर गई जिससे वहां अफ़रातफ़री मच गई और यह हादसा हुआ."

कृषि मंत्री ने कहा कि मंदिर चलाने वाले 94 वर्षीय व्यक्ति से उन्होंने खुद जाकर बात की है. इस व्यक्ति ने बताया कि एकादशी उत्सव को लेकर या इस दौरान होने वाली भीड़ को लेकर पुलिस को पहले से सूचित नहीं किया गया था.

के अच्चेन्नायडू ने कहा, "ज़िले के मंदिरों में एकादशी की तैयारियों के दौरान, एसपी को यहाँ की जानकारी मिली था. आयोजकों ने बताया था कि लगभग दो हज़ार लोग आ सकते हैं. इसलिए सुरक्षा के लिए यहां छह पुलिसकर्मी भेजे गए थे. एसआई भी सुबह साढ़े दस बजे तक यहाँ मौजूद रहे."

उन्होंने कहा, "अगर रेलिंग नहीं गिरी होती तो यह दुर्घटना नहीं होती."

image BBC श्रीकाकुलम जिला पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने कहा है कि रेलिंग टूटने के कारण हादसा हुआ

श्रीकाकुलम जिला पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने भी कहा कि रेलिंग टूटने के कारण हादसा हुआ.

उन्होंने मीडिया को बताया, "श्रद्धालु जब सीढ़ियां चढ़ रहे थे, तब रेलिंग टूट गई. इस कारण वो लगभग सात फ़ीट की ऊंचाई से नीचे गिर गए और इसी के कारण अफ़रातफ़री मची और यह हादसा हुआ."

मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी का कहना है कि शनिवार को मंदिर में 25 हज़ार लोग आए थे जबकि यहां केवल दो हज़ार लोगों के बैठने की व्यवस्था है.

हालांकि एक स्थानीय अधिकारी ने एक बताया है कि 15 हज़ार लोग शनिवार को मंदिर पहुंचे थे.

अधिकारियों ने ये भी बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए केवल एक ही रास्ता है, इस कारण भी स्थिति बिगड़ी.

उन्होंने एक बयान में कहा, "मंदिर खुलते ही प्रवेश द्वार के सामने भारी भीड़ जमा हो गई, इससे लोगों में धक्का-मुक्की हुई. लोगों के दबाव के कारण रेलिंग गिर गई. मंदिर में आने और बाहर जाने के लिए एक ही रास्ते का इस्तेमाल किया जा रहा है."

चश्मदीदों ने क्या बताया? image Janapala Mallesh चश्मदीद जनपाल मल्लेश ने बताया कि हादसा दिन में 11 से 12 बजे के बीच हुआ

अस्पताल में इलाज करा रहे पीड़ितों ने भी बताया कि जब मंदिर का दरवाज़ा अचानक खुला तो पीछे से आए लोगों ने उन्हें आगे की ओर धकेल दिया.

तेक्काली मंडल के रामेश्वरम गांव के जनपाल मल्लेश ने बताया, "हमारे गांव के लोग दो ऑटो और बाइक पर मंदिर आए थे. भगदड़ में हमारे गांव के पांच लोग गिर गए. उनमें से एक महिला की मौत हो गई. कई लोग घायल हैं."

उन्होंने बताया कि यह घटना सुबह 11 बजे से 12 बजे के बीच हुई.

वहीं रामेश्वरम गांव के एक अन्य व्यक्ति ने बताया, "हमारे गांव की महिलाएं एक महीने से एकादशी के दिन वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर जाना चाहती थीं. हमारे गांव से महिलाओं का एक समूह यहां आया था. लेकिन अचानक, मंदिर के दरवाज़े खुले और वहां भगदड़ मच गई."

पीएम मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी जताया शोक image Getty Images पीएम कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कासीबुग्गा के मंदिर में भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की है. (फ़ाइल फ़ोटो)

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना पर दुख जताया है.

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है. उन्होंने मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई.

सीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से घटनास्थल पर जाकर राहत कार्यों की निगरानी करने को कहा है.

आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी एक्स पर एक पोस्ट में इस घटना को दुखद बताया है.

उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "ये बेहद दुख है कि पलासा-कासीबुग्गा टाउन के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए हज़ारों लोगों की भीड़ लगी थी. इस भगदड़ में नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई और इसमें एक बच्चा भी शामिल है, इसने झकझोर कर रख दिया है."

प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर दुख जताया है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीएमओ के एक्स हैंडलपर पीएम मोदी ने लिखा, ''आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में मची भगदड़ में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं. इस हादसे में मृतक सभी लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.''

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सपर लिखा, ''आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित कासीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ में लोगों की दुखद मृत्यु से मैं गहरे व्यथित हूं. जिन भक्तों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हों.''

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा "पीड़ित परिजनों और घायल हुए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मुझे उम्मीद है कि उन्हें हिम्मत मिलेगी और वे जल्द ठीक हो जाएंगे."

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