डेरिवेटिव मार्केट में सितंबर सीरीज़ के एक महत्वपूर्ण बदलाव होने वाला है. निफ्टी के वीकली ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट अब गुरुवार के बजाए मंगलवार को एक्सपायर होंगे. पिछले 25 साल में पहली बार निफ्टी की एक्सपायरी का दिन बदला है. अब तक यह गुरुवार को ही होती आई है, लेकिन अब निफ्टी वीकली एक्सपायरी मंगलवार को होगी.
भारत का पूंजी बाजार एक बड़े बदलाव के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और यह बीएसई अपने डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की वीकली एक्सपायरी डे की अदला-बदली करने की तैयारी कर रहे हैं. यह कदम 28 अगस्त 2025 से प्रभावी हो चुका है, जिससे यह गुरुवार निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट एक्सपायरी का आखिरी दिन रहा.
डेरिवेटिव मार्केट में संतुलन के लिए सेबी का प्रयास
यह बदलाव भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा डेरिवेटिव मार्केट में क्वालिटी और बैलेंस लाने के प्रयासों के मद्देनजर किया गया है. सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने पहले डेरिवेटिव ट्रेडिंग में अत्यधिक खुदरा भागीदारी पर चिंता जताई थी और बताया था कि कैश सेगमेंट की तुलना में इसकी मात्रा अनुपातहीन रूप से अधिक है.
एफ एंड ओ एक्सपायरी क्या है?डेरिवेटिव मार्केट में कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी उस अंतिम दिन को कहते हैं जिस दिन फ्यूचर एंड और ऑप्शन (F&O) कॉन्ट्रैक्ट वेलिड होते हैं. NSE और BSE दोनों ही विभिन्न साइकिल - वीकली, मंथली, क्वार्टली और हाफ ईयरली के साथ कई F&O कॉन्ट्रैक्ट चलाते हैं.
पिछले साल सेबी ने ऑप्शन ट्रेडिंग पर अंकुश लगाने के लिए एक्सचेंजों को केवल एक बेंचमार्क इंडेक्स के लिए वीकली एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट पेश करने की अनुमति दी थी. एनएसई ने निफ्टी 50 को अपना बेंचमार्क चुना, जिससे बैंक निफ्टी, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट की वीकली एक्सपायरी बंद हो गई. बीएसई ने सेंसेक्स इंडेक्स को चुना, जिससे बैंकेक्स और सेंसेक्स 50 के वीकली कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो गए.
अब तक, एनएसई के निफ्टी 50 की वीकली एक्सपायरी हर गुरुवार को होती थी, जबकि इसकी मंथली एक्सपायरी महीने के आखिरी गुरुवार को होती थी. दूसरी ओर बीएसई के सेंसेक्स के वीकली कॉन्ट्रैक्ट मंगलवार को समाप्त होते थे, जबकि मंथली एक्सपायरी आखिरी मंगलवार को होती थी.
सितम्बर 2025 से बदलाव लागूएनएसई: निफ्टी वीकली कॉन्ट्रैक्ट प्रत्येक मंगलवार को समाप्त होंगे, जबकि मंथली, क्वाटर्ली और हाफ ईयरी कॉन्ट्रैक्ट संबंधित महीने के अंतिम मंगलवार को समाप्त होंगे.
बीएसई: सेंसेक्स के वीकली और मंथली कॉन्ट्रैक्ट गुरुवार को एक्सपायर होंगे.
भारत का पूंजी बाजार एक बड़े बदलाव के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और यह बीएसई अपने डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की वीकली एक्सपायरी डे की अदला-बदली करने की तैयारी कर रहे हैं. यह कदम 28 अगस्त 2025 से प्रभावी हो चुका है, जिससे यह गुरुवार निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट एक्सपायरी का आखिरी दिन रहा.
डेरिवेटिव मार्केट में संतुलन के लिए सेबी का प्रयास
यह बदलाव भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा डेरिवेटिव मार्केट में क्वालिटी और बैलेंस लाने के प्रयासों के मद्देनजर किया गया है. सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने पहले डेरिवेटिव ट्रेडिंग में अत्यधिक खुदरा भागीदारी पर चिंता जताई थी और बताया था कि कैश सेगमेंट की तुलना में इसकी मात्रा अनुपातहीन रूप से अधिक है.
एफ एंड ओ एक्सपायरी क्या है?डेरिवेटिव मार्केट में कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी उस अंतिम दिन को कहते हैं जिस दिन फ्यूचर एंड और ऑप्शन (F&O) कॉन्ट्रैक्ट वेलिड होते हैं. NSE और BSE दोनों ही विभिन्न साइकिल - वीकली, मंथली, क्वार्टली और हाफ ईयरली के साथ कई F&O कॉन्ट्रैक्ट चलाते हैं.
पिछले साल सेबी ने ऑप्शन ट्रेडिंग पर अंकुश लगाने के लिए एक्सचेंजों को केवल एक बेंचमार्क इंडेक्स के लिए वीकली एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट पेश करने की अनुमति दी थी. एनएसई ने निफ्टी 50 को अपना बेंचमार्क चुना, जिससे बैंक निफ्टी, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट की वीकली एक्सपायरी बंद हो गई. बीएसई ने सेंसेक्स इंडेक्स को चुना, जिससे बैंकेक्स और सेंसेक्स 50 के वीकली कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो गए.
अब तक, एनएसई के निफ्टी 50 की वीकली एक्सपायरी हर गुरुवार को होती थी, जबकि इसकी मंथली एक्सपायरी महीने के आखिरी गुरुवार को होती थी. दूसरी ओर बीएसई के सेंसेक्स के वीकली कॉन्ट्रैक्ट मंगलवार को समाप्त होते थे, जबकि मंथली एक्सपायरी आखिरी मंगलवार को होती थी.
सितम्बर 2025 से बदलाव लागूएनएसई: निफ्टी वीकली कॉन्ट्रैक्ट प्रत्येक मंगलवार को समाप्त होंगे, जबकि मंथली, क्वाटर्ली और हाफ ईयरी कॉन्ट्रैक्ट संबंधित महीने के अंतिम मंगलवार को समाप्त होंगे.
बीएसई: सेंसेक्स के वीकली और मंथली कॉन्ट्रैक्ट गुरुवार को एक्सपायर होंगे.
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