अलग अलग देशों में अलग अलग तरह की करेंसी चलती है. जिस तरह से भारत की करेंसी रुपया है, अमेरिकी की डॉलर और चीन की युआन है उसी तरह से अलग अलग देशों की भी अलग अलग करेंसी है. लगभग हर देश अपनी करेंसी के नोट अपने ही देश में छापते हैं. हर देश अपने नोटों को सुरक्षित तरीके से छापते हैं और क्वालिटी का ध्यान रखते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ देश ऐसे भी हैं, जो अपने देश की करेंसी के नोट अपने देश में नहीं छापते हैं बल्कि दूसरे देश से छपवाते हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ देशों के बारे में बताने वाले हैं, जो अपनी करेंसी के नोट दूसरे देश में छपवाते हैं.
ज़्यादातर देशों के पास अपनी करेंसी के नोट छापने के लिए मशीनें, अच्छे संसाधन और अच्छी तकनीक होती हैं लेकिन कुछ देशों के पास अपने करेंसी के नोट छापने के लिए अच्छी मशीनें और तकनीक नहीं है. ऐसे में कुछ देशों के बाहर के देशों में अपने करेंसी के नोट छपवाने पड़ते हैं.
चीन छापता है कई देशों की करेंसी के नोट
चीन अलग अलग देशों की करेंसी छापने का एक बड़ा केंद्र है. चीन के पास नोट छापने के लिए आधुनिक मशीनें, अच्छी तकनीक और सुरक्षा का इंतजाम है. नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश अपनी करेंसी के नोट चीन में ही छपवाते हैं. ऐसे में चीन अपनी करेंसी युआन के साथ साथ नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका की करेंसी के भी नोट छापता है.
अफ्रीकी देश भी बाहर छपवाते हैं नोट
कई बड़े अफ्रीकी देश जैसे नाइजीरिया, केन्या, जाम्बिया और तंजानिया भी अपनी करेंसी के नोट दूसरे देशों में ही छपवाते हैं. यह अफ्रीकी देश अपनी करेंसी के नोट यूके और जर्मनी की कंपनियों से छपवाते हैं. इसके अलावा भारत की बात करें तो भारत अपनी करेंसी के नोट अपने ही देश में छापता है.
ज़्यादातर देशों के पास अपनी करेंसी के नोट छापने के लिए मशीनें, अच्छे संसाधन और अच्छी तकनीक होती हैं लेकिन कुछ देशों के पास अपने करेंसी के नोट छापने के लिए अच्छी मशीनें और तकनीक नहीं है. ऐसे में कुछ देशों के बाहर के देशों में अपने करेंसी के नोट छपवाने पड़ते हैं.
चीन छापता है कई देशों की करेंसी के नोट
चीन अलग अलग देशों की करेंसी छापने का एक बड़ा केंद्र है. चीन के पास नोट छापने के लिए आधुनिक मशीनें, अच्छी तकनीक और सुरक्षा का इंतजाम है. नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश अपनी करेंसी के नोट चीन में ही छपवाते हैं. ऐसे में चीन अपनी करेंसी युआन के साथ साथ नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका की करेंसी के भी नोट छापता है.
अफ्रीकी देश भी बाहर छपवाते हैं नोट
कई बड़े अफ्रीकी देश जैसे नाइजीरिया, केन्या, जाम्बिया और तंजानिया भी अपनी करेंसी के नोट दूसरे देशों में ही छपवाते हैं. यह अफ्रीकी देश अपनी करेंसी के नोट यूके और जर्मनी की कंपनियों से छपवाते हैं. इसके अलावा भारत की बात करें तो भारत अपनी करेंसी के नोट अपने ही देश में छापता है.
You may also like
पहले नहीं मिलाया हाथ, फिर 81-26 से रौंदा... भारत की युवा कबड्डी टीम ने कर दिया पाकिस्तान को बुरी तरह बेइज्जत
जोधपुर रेल मंडल: त्योहारों के लिए 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू, स्टेशनों का हो रहा कायाकल्प –
रेलवे अप्रेंटिस: 1104 सीटें खाली, 15 नवंबर से पहले अप्लाई करें वरना पछताएंगे!
आलिया भट्ट ने दीपावली पर शेयर की खूबसूरत तस्वीरें, जानें उनकी नई फिल्म के बारे में!
मोदी सरकार वैश्विक नेताओं को गले लगाकर 'विश्वगुरु' का दावा नहीं कर सकती: मणिशंकर अय्यर