हेल्थ डेस्क। बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन अत्यधिक दर्दनाक स्थिति है। यह अक्सर अस्वस्थ जीवनशैली, कब्ज और गलत आहार के कारण होती है। इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को मल त्याग के दौरान जलन, रक्तस्राव और दर्द का सामना करना पड़ता है। हालांकि, बाजार में कई दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन कुछ घरेलू उपाय भी इस समस्या से राहत दिला सकते हैं।
प्रभावी घरेलू उपाय
1. अंजीर (सूखा अंजीर)
अंजीर में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारता है। रात को दो-तीन सूखे अंजीर को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से मल त्याग में आसानी होती है और बवासीर के दर्द में कमी आती है.
2. त्रिफला चूर्ण
त्रिफला एक आयुर्वेदिक चूर्ण है, जिसमें हरड़, बहड़ा और आंवला शामिल होते हैं। यह कब्ज को दूर करता है और आंतों की सफाई में मदद करता है। सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से बवासीर में राहत मिलती है.
3. एलोवेरा
एलोवेरा जेल सूजन और जलन को कम करने में सहायक होता है। ताजा एलोवेरा जेल को बवासीर प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से आराम मिलता है। इसके अलावा, सुबह खाली पेट थोड़ा एलोवेरा जूस पीना भी फायदेमंद होता है.
4. छाछ और अजवाइन
छाछ पाचन क्रिया को सुधारता है और शरीर की गर्मी को संतुलित करता है। छाछ में एक चुटकी अजवाइन और काला नमक मिलाकर दिन में दो बार पीने से बवासीर में राहत मिलती है. यह गैस, कब्ज और सूजन को भी कम करता है.
5. तिल और गुड़
तिल और गुड़ का मिश्रण बवासीर के लिए पुरानी चिकित्सा पद्धतियों में लाभकारी माना गया है। तिल कब्ज को दूर करते हैं और गुड़ पाचन में सुधार करता है। रोजाना सुबह एक चम्मच तिल और गुड़ मिलाकर खाने से बवासीर की तीव्रता में कमी आती है.
You may also like

Bihar Election 2025: बिहार में एनडीए सरकार बनाएगी डिफेंस कॉरिडोर, बाढ़ नियंत्रण आयोग का भी होगा गठन

बिहार में भारी बहुमत से राजग की सरकार बनेगी : शाह

राजस्थान के जयपुर में दर्दनाक हादसा, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने जताया दुख

चीनी उप राष्ट्रपति हानचंग ने कुवैत की यात्रा की

India Trade Policy: राज को राज रहने दें...चीन से 'परहेज' नहीं, अमेरिका-यूरोप को भी पकड़कर रखेंगे, भारत का प्लान 2047 क्या है?





