नई दिल्ली, 30 मई भारत और अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण वार्ता हुई है. यह भारत–अमेरिका आर्मी-टू-आर्मी स्टाफ वार्ता है, जिसका आयोजन 28 से 30 मई तक नई दिल्ली में किया गया. भारतीय सेना के मुताबिक, इन विचार-विमर्शों का उद्देश्य मौजूदा समय में चल रहे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करना है. इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति का मूल्यांकन, सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान, अंतर-संचालन क्षमता को सशक्त बनाना और व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूती प्रदान करना भी इस वार्ता का उद्देश्य था.
भारतीय सेना के मुताबिक, दोनों पक्षों ने वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में एक मजबूत भारत–अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की है.
गौरतलब है कि इससे पहले, लेफ्टिनेंट जनरल जे.बी. वॉवेल, डिप्टी कमांडिंग जनरल, यूएस आर्मी पैसिफिक ने 28वीं एग्जीक्यूटिव स्टीयरिंग ग्रुप (ईएसजी) बैठक के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि, उपसेनाध्यक्ष (वीसीओएएस) से मुलाकात की थी. यह संवाद भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और आर्मी-टू-आर्मी सहयोग को बढ़ावा देने के प्रति भारतीय प्रतिबद्धता को दर्शाता है. सेना का कहना है कि हम मिलकर विश्वास, आपसी सहयोग और साझा रणनीतिक हितों की एक मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं.
गौरतलब है कि भारत विश्व के विभिन्न देशों के साथ अच्छे सामरिक, आर्थिक और सामाजिक संबंध रखता है. जहां एक ओर शुक्रवार को अमेरिकी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता का यह दौर पूरा हुआ है, वहीं शनिवार से भारत और मंगोलिया की सेना एक संयुक्त सैन्य अभ्यास करने जा रही हैं. यह अभ्यास मंगोलिया में होगा. परंपरागत सैन्य अभ्यास से हटकर इस संयुक्त सैन्य अभ्यास की एक महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां दोनों सेनाएं साइबर युद्ध संबंधित एक्सरसाइज करती दिखाई देंगी.
इसके अलावा, दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे के परिचालन अनुभवों से भी सीखेंगे. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय सेना की एक टुकड़ी इस सैन्य अभ्यास के 17वें संस्करण में शामिल होने के लिए नोमैडिक एलिफैंट पहुंच चुकी है. भारत-मंगोलिया का यह संयुक्त सैन्य अभ्यास 31 मई से 13 जून 2025 तक मंगोलिया की राजधानी उलानबटोर में आयोजित किया जा रहा है. नोमैडिक एलिफैंट एक वार्षिक अभ्यास है, जिसे भारत और मंगोलिया में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है. इसका पिछला संस्करण जुलाई 2024 में भारत के मेघालय स्थित उमरोई में संपन्न हुआ था.
–
जीसीबी/एएस
The post first appeared on .