आज पूरी दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ रही है। बैंकिंग से लेकर हेल्थकेयर और एजुकेशन से लेकर लॉजिस्टिक्स तक, हर क्षेत्र में स्मार्ट मशीनें काम को आसान और तेज बना रही हैं। कहीं यह टेक्नोलॉजी इंसानों की जगह ले रही है, तो कहीं उनके काम को और बेहतर बना रही है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि जिन कामों में हाथ की कला और तुरंत फैसले लेने की जरूरत होती है, जैसे इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर या टेक्नीशियन, क्या वहां भी AI का असर होगा?   
   
AI और स्किल्ड ट्रेड्स : खतरा या मौका?रिपोर्ट्स बताती हैं कि आने वाले सालों में करोड़ों नौकरियां AI और ऑटोमेशन से बदल सकती हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि स्किल्ड ट्रेड्स पर इसका खतरा बहुत कम है। दरअसल, जिन कामों में समझदारी, अनुभव और हाथों की बारीकी जरूरी होती है, वहां मशीनें फिलहाल इंसानों की बराबरी नहीं कर सकतीं। यही वजह है कि इंस्टॉलेशन, रिपेयर और मेंटेनेंस जैसे कामों पर ऑटोमेशन का असर केवल 4–6% तक ही है।
   
कैसे AI मदद कर रहा है स्किल्ड वर्कर्स को?AI को सिर्फ मशीन रिप्लेसमेंट मानना गलत होगा। असलियत यह है कि यह टेक्नोलॉजी काम को आसान, सुरक्षित और तेज बना रही है।
   
ट्रेड्स में इस वजह से बनी रहेगी इंसानी हुनर की अहमियत?
आने वाले सालों में ट्रेड्स का भविष्य: बढ़ती मांग और नए मौकेरिपोर्ट्स कहती हैं कि ब्रिटेन और दुनिया के कई देशों में अभी लाखों ट्रेड्स की जॉब्स खाली हैं। पुराने प्रोफेशनल्स के रिटायर होने से यह कमी और बढ़ रही है। ऐसे में नई पीढ़ी के लिए यह एक सुनहरा मौका है कि वे इस क्षेत्र में आएं। खासकर जो युवा AI और डिजिटल टूल्स के साथ खुद को अपग्रेड करेंगे, उन्हें ज्यादा कमाई और ज्यादा स्थिरता वाले रोल्स मिलेंगे। आप भी एआई के बदलते दौर में खुद को बेहतर बनाना चाहते हैं तो NBT Upskill's AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉप ज्वॉइन कर सकते हैं। सीट बुक करने के लिए रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं।
   
कैसे करें तैयारी?
AI का मतलब यह नहीं है कि इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर या टेक्नीशियंस की जरूरत खत्म हो जाएगी। बल्कि, यह टेक्नोलॉजी उनके काम को आसान और आधुनिक बना रही है। आने वाला दौर उन प्रोफेशनल्स का है जो मशीनों के साथ मिलकर और ज्यादा स्मार्ट तरीके से काम करेंगे। कह सकते हैं कि AI ट्रेड्स की दुनिया में खतरा नहीं, बल्कि एक नया अवसर लेकर आया है।
  
AI और स्किल्ड ट्रेड्स : खतरा या मौका?रिपोर्ट्स बताती हैं कि आने वाले सालों में करोड़ों नौकरियां AI और ऑटोमेशन से बदल सकती हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि स्किल्ड ट्रेड्स पर इसका खतरा बहुत कम है। दरअसल, जिन कामों में समझदारी, अनुभव और हाथों की बारीकी जरूरी होती है, वहां मशीनें फिलहाल इंसानों की बराबरी नहीं कर सकतीं। यही वजह है कि इंस्टॉलेशन, रिपेयर और मेंटेनेंस जैसे कामों पर ऑटोमेशन का असर केवल 4–6% तक ही है।
कैसे AI मदद कर रहा है स्किल्ड वर्कर्स को?AI को सिर्फ मशीन रिप्लेसमेंट मानना गलत होगा। असलियत यह है कि यह टेक्नोलॉजी काम को आसान, सुरक्षित और तेज बना रही है।
- प्लंबिंग में: आज AI-सेंसर्स और स्मार्ट एनालिटिक्स की मदद से पानी की पाइपलाइन में लीकेज या प्रेशर की गड़बड़ी पहले ही पकड़ ली जाती है। इससे प्लंबर को सही जगह और सही समय पर दिक्कत का पता चलता है, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच जाता है।
 - इलेक्ट्रीशियन और गैस इंजीनियरिंग में: स्मार्ट मीटर्स और रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम टेक्नीशियंस को पहले ही अलर्ट कर देते हैं कि कहां खराबी हो सकती है। इससे न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि सुरक्षा भी बढ़ती है।
 - ऑपरेशंस और कस्टमर सर्विस में: अब Netic, ServiceTitan, Jobber जैसे सॉफ्टवेयर शेड्यूलिंग, बुकिंग और कस्टमर कॉल्स को ऑटोमैटिकली संभाल रहे हैं। इसका फायदा यह है कि टेक्नीशियन फील्ड वर्क पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं।
 - फील्ड असिस्टेंस में: AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) और AI टूल्स अब साइट पर ही स्टेप-बाय-स्टेप गाइड करने लगे हैं। जैसे किसी जटिल वायरिंग या मशीन रिपेयर के दौरान, ये वर्चुअल गाइड टेक्नीशियन को सही दिशा दिखाते हैं।
 
ट्रेड्स में इस वजह से बनी रहेगी इंसानी हुनर की अहमियत?
- AI कितना भी आगे बढ़ जाए, कुछ चीजें ऐसी हैं जो सिर्फ इंसान ही कर सकता है।
 - हर घर या साइट की कंडीशन अलग होती है, वहां मौके पर लिया गया फैसला मशीन नहीं कर सकती।
 - हाथों का हुनर और अनुभव- जैसे पुरानी वायरिंग बदलना या अचानक आई तकनीकी खराबी को समझना, सिर्फ इंसान के बस की बात है।
 - कस्टमर से संवाद, भरोसा बनाना और सुरक्षा सुनिश्चित करना भी ऐसे पहलू हैं, जहां इंसानों की भूमिका कभी खत्म नहीं हो सकती।
 
आने वाले सालों में ट्रेड्स का भविष्य: बढ़ती मांग और नए मौकेरिपोर्ट्स कहती हैं कि ब्रिटेन और दुनिया के कई देशों में अभी लाखों ट्रेड्स की जॉब्स खाली हैं। पुराने प्रोफेशनल्स के रिटायर होने से यह कमी और बढ़ रही है। ऐसे में नई पीढ़ी के लिए यह एक सुनहरा मौका है कि वे इस क्षेत्र में आएं। खासकर जो युवा AI और डिजिटल टूल्स के साथ खुद को अपग्रेड करेंगे, उन्हें ज्यादा कमाई और ज्यादा स्थिरता वाले रोल्स मिलेंगे। आप भी एआई के बदलते दौर में खुद को बेहतर बनाना चाहते हैं तो NBT Upskill's AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉप ज्वॉइन कर सकते हैं। सीट बुक करने के लिए रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं।
कैसे करें तैयारी?
- AI टूल्स को अपनाएं- स्मार्ट डिवाइस, डायग्नॉस्टिक ऐप्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को इस्तेमाल करने में महारत हासिल करें।
 - नई स्किल्स सीखें- स्मार्ट होम्स, ग्रीन एनर्जी और स्मार्ट डिवाइस इंस्टॉलेशन जैसी नई टेक्नोलॉजीज को समझें।
 - सॉफ्ट स्किल्स पर फोकस करें- कस्टमर से कम्युनिकेशन, टीमवर्क और सिक्योरिटी जैसे पहलुओं में मजबूत बनें।
 
AI का मतलब यह नहीं है कि इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर या टेक्नीशियंस की जरूरत खत्म हो जाएगी। बल्कि, यह टेक्नोलॉजी उनके काम को आसान और आधुनिक बना रही है। आने वाला दौर उन प्रोफेशनल्स का है जो मशीनों के साथ मिलकर और ज्यादा स्मार्ट तरीके से काम करेंगे। कह सकते हैं कि AI ट्रेड्स की दुनिया में खतरा नहीं, बल्कि एक नया अवसर लेकर आया है।
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