नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिली। अमेरिका के फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बीपीएस की कटौती की है लेकिन आगे और कटौती नहीं करने का संकेत दिया है। इससे शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 500 अंक से ज्यादा गिरकर 84,500 के स्तर से नीचे चला गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 में भी 140 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई और यह 25,900 के स्तर से नीचे आ गया। सुबह 10.15 बजे सेंसेक्स 343.80 अंक यानी 0.40% गिरावट के साथ 84,653.33 अंक पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी 106 अंक यानी 0.41% गिरावट के साथ 25,947.90 अंक पर था।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से भारती एयरटेल, सन फार्मा, पावर ग्रिड, टाटा स्टील और इन्फोसिस सबसे ज्यादा गिरे। इन कंपनियों के शेयरों में 1% से 2% तक की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी पर डॉ. रेड्डीज़ लैबोरेटरीज के शेयर में 4.5% की बड़ी गिरावट आई। यह शेयर निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में से एक रहा। कंपनी को कनाडा के फार्मास्युटिकल ड्रग्स डायरेक्टोरेट से एक नोटिस मिला है। यह नोटिस उनके सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन के लिए है जिसका इस्तेमाल डायबिटीज और वजन घटाने में होता है।
विदेशी बाजारों का हाल
पॉलिसीबाजार और पैसाबाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक के शेयर में 5% का उछाल आया। कंपनी ने सितंबर तिमाही में अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में पिछले साल की तुलना में 165% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की है। बाजार के बाकी हिस्सों में यानी स्मॉल-कैप और मिड-कैप शेयरों में मजबूती बनी रही। इन दोनों इंडेक्स में 0.2% की बढ़त देखी गई। बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 0.5% की बढ़त दर्ज की गई थी। दोनों इंडेक्स सितंबर 2024 में बने अपने ऑल-टाइम हाई से 1% से भी कम की दूरी पर थे।
गुरुवार को एशियाई शेयर बाजारों में तेजी देखी गई। इसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और अमेरिका और चीन के नेताओं की व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए हुई मुलाकात थी। संस्थागत निवेशकों की बात करें तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बिकवाली की। उन्होंने 29 अक्टूबर को 2,540 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 5,693 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और वे नेट बायर रहे।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से भारती एयरटेल, सन फार्मा, पावर ग्रिड, टाटा स्टील और इन्फोसिस सबसे ज्यादा गिरे। इन कंपनियों के शेयरों में 1% से 2% तक की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी पर डॉ. रेड्डीज़ लैबोरेटरीज के शेयर में 4.5% की बड़ी गिरावट आई। यह शेयर निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में से एक रहा। कंपनी को कनाडा के फार्मास्युटिकल ड्रग्स डायरेक्टोरेट से एक नोटिस मिला है। यह नोटिस उनके सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन के लिए है जिसका इस्तेमाल डायबिटीज और वजन घटाने में होता है।
विदेशी बाजारों का हाल
पॉलिसीबाजार और पैसाबाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक के शेयर में 5% का उछाल आया। कंपनी ने सितंबर तिमाही में अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में पिछले साल की तुलना में 165% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की है। बाजार के बाकी हिस्सों में यानी स्मॉल-कैप और मिड-कैप शेयरों में मजबूती बनी रही। इन दोनों इंडेक्स में 0.2% की बढ़त देखी गई। बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 0.5% की बढ़त दर्ज की गई थी। दोनों इंडेक्स सितंबर 2024 में बने अपने ऑल-टाइम हाई से 1% से भी कम की दूरी पर थे।
गुरुवार को एशियाई शेयर बाजारों में तेजी देखी गई। इसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और अमेरिका और चीन के नेताओं की व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए हुई मुलाकात थी। संस्थागत निवेशकों की बात करें तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बिकवाली की। उन्होंने 29 अक्टूबर को 2,540 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 5,693 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और वे नेट बायर रहे।
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