नई दिल्ली: अडानी पावर के शेयरधारकों की जान आज सुबह शेयर मार्केट खुलते ही हलक में अटक गई। इसकी कीमत में 80 फीसदी तक की गिरावट आ गई। हालांकि बाद में इसमें 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया। शेयरधारकों को जब पूरी बात समझ आई तो उन्होंने राहत की सांस ली और चेहरे पर खुशी दिखाई दी।
दरअसल, अडानी पावर कंपनी ने अपने एक शेयर को पांच हिस्सों में बांटने का फैसला किया था। इसलिए सोमवार को शेयर की कीमत में भारी गिरावट आई। एमएसई पर शेयर 80% तक गिरकर 147 रुपये पर आ गया। पहले एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये थी, जिसे अब 2 रुपये कर दिया गया है। सोमवार दोपहर 2 बजे बीएसई पर अडानी पावर के शेयर 20 फीसदी के अपर सर्किट के साथ 170.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
बाजार में अब ज्यादा शेयर मौजूदशुक्रवार को शेयर 716 रुपये पर बंद हुआ था। यह 13% से ज्यादा की बढ़त थी। लेकिन सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही कीमत गिर गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शेयरों का विभाजन हो गया था। शुरुआती कारोबार में शेयर 147 रुपये के आसपास दिख रहा था। यह 1:5 के विभाजन को दर्शाता है। देखने में लग सकता है कि कीमत बहुत गिर गई है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह सिर्फ शेयरों के विभाजन की वजह से हुआ है। अब बाजार में ज्यादा शेयर उपलब्ध हैं।
डीमैट अकाउंट में 5 गुना हुए शेयरकंपनी ने 19 सितंबर को रिकॉर्ड डेट तय की थी। जिन शेयरधारकों के पास उस दिन तक अडानी पावर के शेयर थे, वे इस विभाजन के लिए योग्य हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी निवेशक के पास शुक्रवार को 100 शेयर थे, तो अब उसके डीमैट अकाउंट में 500 शेयर होंगे। हर शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये होगी। लेकिन शेयरों की कुल वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होगा।
शेयर विभाजन से कंपनी के मार्केट कैप या निवेशकों के होल्डिंग की कुल वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होता है। लेकिन इससे शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे बाजार में शेयर आसानी से मिल जाते हैं। कंपनियां ऐसा इसलिए करती हैं ताकि ज्यादा लोग उनके शेयर खरीद सकें, खासकर छोटे निवेशक।
कंपनी को हुआ मुनाफाअडानी पावर ने जून तिमाही के नतीजों के साथ ही शेयर विभाजन की घोषणा कर दी थी। कंपनी ने उस तिमाही में 8,759 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। पिछले साल के मुकाबले यह 83% ज्यादा था। पिछले साल कंपनी का मुनाफा 4,779 करोड़ रुपये था। इस साल ज्यादा बिजली की मांग और बेहतर कमाई की वजह से मुनाफा बढ़ा है।
क्या है जानकारों की राय?शुक्रवार को मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने अडानी पावर पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि यह शेयर खरीदने लायक है और इसकी कीमत 818 रुपये तक जा सकती है। मॉर्गन स्टेनली ने अडानी पावर को भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट कोयला आधारित बिजली उत्पादक बताया है। कंपनी की उत्पादन क्षमता 18.15 GW है। मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि अडानी पावर वित्त वर्ष 2032 तक अपनी क्षमता को लगभग 2.5 गुना बढ़ा लेगी।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।
दरअसल, अडानी पावर कंपनी ने अपने एक शेयर को पांच हिस्सों में बांटने का फैसला किया था। इसलिए सोमवार को शेयर की कीमत में भारी गिरावट आई। एमएसई पर शेयर 80% तक गिरकर 147 रुपये पर आ गया। पहले एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये थी, जिसे अब 2 रुपये कर दिया गया है। सोमवार दोपहर 2 बजे बीएसई पर अडानी पावर के शेयर 20 फीसदी के अपर सर्किट के साथ 170.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
बाजार में अब ज्यादा शेयर मौजूदशुक्रवार को शेयर 716 रुपये पर बंद हुआ था। यह 13% से ज्यादा की बढ़त थी। लेकिन सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही कीमत गिर गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शेयरों का विभाजन हो गया था। शुरुआती कारोबार में शेयर 147 रुपये के आसपास दिख रहा था। यह 1:5 के विभाजन को दर्शाता है। देखने में लग सकता है कि कीमत बहुत गिर गई है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह सिर्फ शेयरों के विभाजन की वजह से हुआ है। अब बाजार में ज्यादा शेयर उपलब्ध हैं।
डीमैट अकाउंट में 5 गुना हुए शेयरकंपनी ने 19 सितंबर को रिकॉर्ड डेट तय की थी। जिन शेयरधारकों के पास उस दिन तक अडानी पावर के शेयर थे, वे इस विभाजन के लिए योग्य हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी निवेशक के पास शुक्रवार को 100 शेयर थे, तो अब उसके डीमैट अकाउंट में 500 शेयर होंगे। हर शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये होगी। लेकिन शेयरों की कुल वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होगा।
शेयर विभाजन से कंपनी के मार्केट कैप या निवेशकों के होल्डिंग की कुल वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होता है। लेकिन इससे शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे बाजार में शेयर आसानी से मिल जाते हैं। कंपनियां ऐसा इसलिए करती हैं ताकि ज्यादा लोग उनके शेयर खरीद सकें, खासकर छोटे निवेशक।
कंपनी को हुआ मुनाफाअडानी पावर ने जून तिमाही के नतीजों के साथ ही शेयर विभाजन की घोषणा कर दी थी। कंपनी ने उस तिमाही में 8,759 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। पिछले साल के मुकाबले यह 83% ज्यादा था। पिछले साल कंपनी का मुनाफा 4,779 करोड़ रुपये था। इस साल ज्यादा बिजली की मांग और बेहतर कमाई की वजह से मुनाफा बढ़ा है।
क्या है जानकारों की राय?शुक्रवार को मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने अडानी पावर पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि यह शेयर खरीदने लायक है और इसकी कीमत 818 रुपये तक जा सकती है। मॉर्गन स्टेनली ने अडानी पावर को भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट कोयला आधारित बिजली उत्पादक बताया है। कंपनी की उत्पादन क्षमता 18.15 GW है। मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि अडानी पावर वित्त वर्ष 2032 तक अपनी क्षमता को लगभग 2.5 गुना बढ़ा लेगी।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।
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