अलवर: अलवर में एक फिजियोथेरेपिस्ट को बुलाकर बंधक बनाने, कपड़े फाड़कर प्रताड़ित करने और फिर 30 लाख रुपये फिरौती मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर यह मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 22 अक्टूबर की रात की बताई जा रही है। पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तारी की जानकारी दी।
धोखे से बुलाया गया, चार घंटे तक बंधक बनाया गया
पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम करीब 5:30 बजे फिजियोथेरेपिस्ट करणी सहाय के मोबाइल पर शरुना नाम की एक महिला का फोन आया। महिला ने इलाज का बहाना कर उन्हें आरटीओ ऑफिस के गेट के पास अपने घर बुलाया। वहां पहुंचने पर करणी को घर पर बैठाया गया और कुछ ही समय में तीन लोग और वहां आ पहुंचे। आरोप है कि आरोपी उन्हें गाड़ी में जबरन बैठाकर एक मकान ले गए और चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा।
कपड़े फाड़े और आपत्तिजनक वीडियो बनाए गए
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि आरोपियों ने फिजियोथेरेपिस्ट के कपड़े फाड़ दिए और उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें व वीडियो बनाए। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 30 लाख रुपये की मांग की गई। राजी न होने पर आरोपियों ने पीड़ित को कपड़े उतारकर पिटाई भी की। बाद में आरोपी उन्हें सड़क किनारे गाड़ी से धक्का देकर छोड़कर फरार हो गए।
धमकाया और लूट भी की गई, फिर यूं पुलिस ने एक्शन लिया
आरोपियों ने साथ ही करणी से नकदी भी छीनी और कहा कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वे उन्हें बलात्कार के झूठे मुकदमों में फंसा देंगे व जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने तत्काल शिवाजी पार्क थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मुखबिरि सूचना पर 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों, वसीम खान उर्फ मूसा (18), प्रियांशु चौधरी उर्फ गोंधू (21) और शहरुना (33) को धर दबोचा। जांच में पता चला कि प्रियांशु ने पहचान छिपाने के लिए गंजा कर लिया था। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह पहले भी अन्य वारदातों में संलिप्त रहा है।
धोखे से बुलाया गया, चार घंटे तक बंधक बनाया गया
पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम करीब 5:30 बजे फिजियोथेरेपिस्ट करणी सहाय के मोबाइल पर शरुना नाम की एक महिला का फोन आया। महिला ने इलाज का बहाना कर उन्हें आरटीओ ऑफिस के गेट के पास अपने घर बुलाया। वहां पहुंचने पर करणी को घर पर बैठाया गया और कुछ ही समय में तीन लोग और वहां आ पहुंचे। आरोप है कि आरोपी उन्हें गाड़ी में जबरन बैठाकर एक मकान ले गए और चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा।
कपड़े फाड़े और आपत्तिजनक वीडियो बनाए गए
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि आरोपियों ने फिजियोथेरेपिस्ट के कपड़े फाड़ दिए और उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें व वीडियो बनाए। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 30 लाख रुपये की मांग की गई। राजी न होने पर आरोपियों ने पीड़ित को कपड़े उतारकर पिटाई भी की। बाद में आरोपी उन्हें सड़क किनारे गाड़ी से धक्का देकर छोड़कर फरार हो गए।
धमकाया और लूट भी की गई, फिर यूं पुलिस ने एक्शन लिया
आरोपियों ने साथ ही करणी से नकदी भी छीनी और कहा कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वे उन्हें बलात्कार के झूठे मुकदमों में फंसा देंगे व जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने तत्काल शिवाजी पार्क थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मुखबिरि सूचना पर 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों, वसीम खान उर्फ मूसा (18), प्रियांशु चौधरी उर्फ गोंधू (21) और शहरुना (33) को धर दबोचा। जांच में पता चला कि प्रियांशु ने पहचान छिपाने के लिए गंजा कर लिया था। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह पहले भी अन्य वारदातों में संलिप्त रहा है।
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