इंदौर: लव जिहाद के चर्चित मामले में गिरफ्तार कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत से पुलिस पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान कई अहम राज़ खुल रहे हैं। फिलहाल कादरी पुलिस रिमांड पर है और उससे रोजाना गहन पूछताछ की जा रही है। अब जांच एजेंसियों ने उसकी बेटी आयशा से भी जेल में पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में सामने आया कि कादरी फरारी के दौरान लगातार अपनी बेटी के जरिए फंडिंग करवाता रहा।
फरारी के दौरान बेटी ने किया पेमेंटनेपाल भागने के बाद वहां होटल और अन्य खर्चों का भुगतान भी आयशा के अकाउंट और ई-वॉलेट से किया गया था। यही वजह है कि अदालत से अनुमति लेकर आयशा से जेल में पूछताछ का निर्णय लिया गया है। आयशा पहले से ही अपने पिता की मदद करने के आरोप में जेल में बंद है।
नेपाल में भी बनाया नेटवर्कएडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि अनवर कादरी ने फरारी से पहले ही इंदौर में अपना पुराना मोबाइल छोड़ दिया था और नया फोन खरीदा था। उसने मीनाजुद्दीन नामक शख्स के जरिए नया सिम कार्ड लिया और फिर नेपाल भाग गया। नेपाल पहुंचकर उसने वही सिम तोड़ दी और अपने नाम से नया सिम कार्ड लेकर नेटवर्क तैयार कर लिया। अब पुलिस मीनाजुद्दीन की भूमिका की जांच कर रही है, क्योंकि माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में उसकी अहम भूमिका है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में मीनाजुद्दीन से भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस को शक है कि पूछताछ में और भी नाम उजागर हो सकते हैं। ऐसे में संभावना है कि अदालत से उसकी रिमांड अवधि और बढ़ाने की मांग की जाए।
अनवर पर दर्ज हैं 20 केसगौरतलब है कि अनवर कादरी पर इंदौर के अलग-अलग थानों जैसे आजाद नगर, संयोगितागंज, सदर बाजार और सराफा थाने में करीब 20 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इससे पहले भी वह भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने उस पर रासुका भी लगाई थी। बाद में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। पुलिस उसकी संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी में भी जुटी हुई थी।
फरारी के दौरान बेटी ने किया पेमेंटनेपाल भागने के बाद वहां होटल और अन्य खर्चों का भुगतान भी आयशा के अकाउंट और ई-वॉलेट से किया गया था। यही वजह है कि अदालत से अनुमति लेकर आयशा से जेल में पूछताछ का निर्णय लिया गया है। आयशा पहले से ही अपने पिता की मदद करने के आरोप में जेल में बंद है।
नेपाल में भी बनाया नेटवर्कएडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि अनवर कादरी ने फरारी से पहले ही इंदौर में अपना पुराना मोबाइल छोड़ दिया था और नया फोन खरीदा था। उसने मीनाजुद्दीन नामक शख्स के जरिए नया सिम कार्ड लिया और फिर नेपाल भाग गया। नेपाल पहुंचकर उसने वही सिम तोड़ दी और अपने नाम से नया सिम कार्ड लेकर नेटवर्क तैयार कर लिया। अब पुलिस मीनाजुद्दीन की भूमिका की जांच कर रही है, क्योंकि माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में उसकी अहम भूमिका है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में मीनाजुद्दीन से भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस को शक है कि पूछताछ में और भी नाम उजागर हो सकते हैं। ऐसे में संभावना है कि अदालत से उसकी रिमांड अवधि और बढ़ाने की मांग की जाए।
अनवर पर दर्ज हैं 20 केसगौरतलब है कि अनवर कादरी पर इंदौर के अलग-अलग थानों जैसे आजाद नगर, संयोगितागंज, सदर बाजार और सराफा थाने में करीब 20 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इससे पहले भी वह भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने उस पर रासुका भी लगाई थी। बाद में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। पुलिस उसकी संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी में भी जुटी हुई थी।
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