पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान में अब 10 दिन से भी कम समय रह गया है। महापर्व छठ की समाप्ति के बाद चुनाव प्रचार के और रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। इस बीच, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार में उतरने जा रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर 30 अक्टूबर को बिहार के दौरे पर आने वाले हैं। बिहार में छठ पर्व को लेकर राजनीतिक गतिविधियों में सोमवार को कुछ ठहराव रहा। विपक्षी इंडिया गठबंधन आज (मंगलवार) को अपना घोषणा पत्र जारी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार से चुनाव प्रचार शुरू कर रहे हैं, जिससे एक दिन पहले महागठबंधन घोषणा पत्र जारी करेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान सहित अधिकतर राजनेता सोमवार को अपने-अपने घरों में रहकर परिवार के साथ राज्य के इस लोकप्रिय त्योहार श्रद्धा पूर्वक मनाते नजर आए।
'सिर्फ ठेकुआ खाकर मत लौट जाइए...'इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव सोमवार की शाम के समय फेसबुक पर लाइव आए और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर त्योहार के दौरान भीड़ को संभालने के लिए 12,000 ट्रेनें चलाने को लेकर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने अपने लैपटॉप पर भीड़भाड़ वाली ट्रेनों और स्टेशनों के वीडियो दिखाते हुए कहा, ‘हमने पहले कभी ऐसी अव्यवस्था नहीं देखी। तो ये 12,000 ट्रेनें कहां हैं? मैं दूर-दराज से छठ मनाने घर आए उन भाइयों से अपील करूंगा, सिर्फ ठेकुआ खाकर मत लौट जाइए। चुनाव तक रुकिए और बदलाव के लिए वोट दीजिए।’
मुस्लिम समुदाय से भी डिप्टी सीएम होगा?ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि घोषणा पत्र जारी करने के दौरान कुछ और अहम राजनीतिक घोषणा की जा सकती है, जिनमें अल्पसंख्यक समुदाय से किसी नेता को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की बात भी सामने आ रही है। तेजस्वी यादव को जब मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था, तब भी ये कहा गया था कि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है। महागठबंधन का ये कदम निषाद समुदाय को साधने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
'फ्रीबीज' के लिए पैसे का जुगाड़ है!हालांकि, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित कुछ अन्य पक्षों ने सवाल उठाते हुए कहा कि गठबंधन ने ‘यादव और निषाद समुदाय को तो जगह दी लेकिन उनसे अधिक संख्या वाले मुस्लिम समुदाय की अनदेखी कर दी।’ तेजस्वी यादव ने हाल ही में हर परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी सुनिश्चित करने का वादा किया था लेकिन सत्तापक्ष और जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने इसे चुनावी रेवड़ी करार दिया था। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस वादे को जमीन पर उतारने के लिए ‘वैज्ञानिक अध्ययन’ किया गया है।
राहुल-तेजस्वी साथ करेंगे चुनावी रैलीराजद नेता ने कहा कि सत्ता में आने पर वो जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुरूप आरक्षण वृद्धि से जुड़े नए विधेयक लाएंगे और केंद्र से अनुरोध करेंगे कि इन कानूनों को न्यायिक समीक्षा से बचाने के लिए नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए, जैसा कि तमिलनाडु में है। वहीं, इंडिया गठबंधन के विभिन्न घटक दलों, खासकर राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता सीट बंटवारे में देरी के कारण बिखराव की स्थिति में थे हालांकि अब उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल गांधी बुधवार को तेजस्वी यादव के साथ मुजफ्फरपुर और दरभंगा में प्रस्तावित संयुक्त रैलियों को संबोधित करेंगे, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह के साथ एकजुटता देखने को मिलेगी।
राहुल-प्रियंका-खरगे का तूफानी दौराकांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी 29 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर के सकरा और दरभंगा विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त रूप से जनसभा को संबोधित करेंगे। बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि इस चुनाव में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का ये पहला बिहार दौरा है और वे सकरा सुरक्षित विधानसभा के प्रत्याशी उमेश राम के समर्थन में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद वे दरभंगा में राजद और महागठबंधन के उम्मीदवार की सभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी भी चुनाव प्रचार करने बिहार पहुंचेंगे। इससे पहले राहुल गांधी ने 16 दिनों तक बिहार में रहकर 1300 किमी की यात्रा की थी। इसके बाद विधानसभा चुनाव में उनकी पहली जनसभा महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित होगी।
पीएम की भी ताबड़तोड़ चुनावी सभाएंबताया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक बिहार में ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं करेंगे। भाजपा के एक नेता की मानें तो पीएम मोदी 30 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर और छपरा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। इसके बाद उनका दो नवंबर को बिहार आने का कार्यक्रम है। वे इस दिन पहले दो स्थानों पर चुनावी सभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद पटना में रोड शो करेंगे। भाजपा इसे प्रधानमंत्री के सबसे व्यापक चुनावी अभियान के रूप में देख रही है। भाजपा ने रोड शो की तैयारियां तेज कर दी हैं। बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। हालांकि, एआईएमआईएम भी एक अलग गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में है। प्रशांत किशोर की जन सुराज भी 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
इनपुट- एजेंसी
'सिर्फ ठेकुआ खाकर मत लौट जाइए...'इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव सोमवार की शाम के समय फेसबुक पर लाइव आए और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर त्योहार के दौरान भीड़ को संभालने के लिए 12,000 ट्रेनें चलाने को लेकर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने अपने लैपटॉप पर भीड़भाड़ वाली ट्रेनों और स्टेशनों के वीडियो दिखाते हुए कहा, ‘हमने पहले कभी ऐसी अव्यवस्था नहीं देखी। तो ये 12,000 ट्रेनें कहां हैं? मैं दूर-दराज से छठ मनाने घर आए उन भाइयों से अपील करूंगा, सिर्फ ठेकुआ खाकर मत लौट जाइए। चुनाव तक रुकिए और बदलाव के लिए वोट दीजिए।’
मुस्लिम समुदाय से भी डिप्टी सीएम होगा?ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि घोषणा पत्र जारी करने के दौरान कुछ और अहम राजनीतिक घोषणा की जा सकती है, जिनमें अल्पसंख्यक समुदाय से किसी नेता को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की बात भी सामने आ रही है। तेजस्वी यादव को जब मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था, तब भी ये कहा गया था कि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है। महागठबंधन का ये कदम निषाद समुदाय को साधने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
'फ्रीबीज' के लिए पैसे का जुगाड़ है!हालांकि, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित कुछ अन्य पक्षों ने सवाल उठाते हुए कहा कि गठबंधन ने ‘यादव और निषाद समुदाय को तो जगह दी लेकिन उनसे अधिक संख्या वाले मुस्लिम समुदाय की अनदेखी कर दी।’ तेजस्वी यादव ने हाल ही में हर परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी सुनिश्चित करने का वादा किया था लेकिन सत्तापक्ष और जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने इसे चुनावी रेवड़ी करार दिया था। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस वादे को जमीन पर उतारने के लिए ‘वैज्ञानिक अध्ययन’ किया गया है।
राहुल-तेजस्वी साथ करेंगे चुनावी रैलीराजद नेता ने कहा कि सत्ता में आने पर वो जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुरूप आरक्षण वृद्धि से जुड़े नए विधेयक लाएंगे और केंद्र से अनुरोध करेंगे कि इन कानूनों को न्यायिक समीक्षा से बचाने के लिए नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए, जैसा कि तमिलनाडु में है। वहीं, इंडिया गठबंधन के विभिन्न घटक दलों, खासकर राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता सीट बंटवारे में देरी के कारण बिखराव की स्थिति में थे हालांकि अब उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल गांधी बुधवार को तेजस्वी यादव के साथ मुजफ्फरपुर और दरभंगा में प्रस्तावित संयुक्त रैलियों को संबोधित करेंगे, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह के साथ एकजुटता देखने को मिलेगी।
राहुल-प्रियंका-खरगे का तूफानी दौराकांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी 29 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर के सकरा और दरभंगा विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त रूप से जनसभा को संबोधित करेंगे। बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि इस चुनाव में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का ये पहला बिहार दौरा है और वे सकरा सुरक्षित विधानसभा के प्रत्याशी उमेश राम के समर्थन में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद वे दरभंगा में राजद और महागठबंधन के उम्मीदवार की सभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी भी चुनाव प्रचार करने बिहार पहुंचेंगे। इससे पहले राहुल गांधी ने 16 दिनों तक बिहार में रहकर 1300 किमी की यात्रा की थी। इसके बाद विधानसभा चुनाव में उनकी पहली जनसभा महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित होगी।
पीएम की भी ताबड़तोड़ चुनावी सभाएंबताया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक बिहार में ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं करेंगे। भाजपा के एक नेता की मानें तो पीएम मोदी 30 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर और छपरा में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। इसके बाद उनका दो नवंबर को बिहार आने का कार्यक्रम है। वे इस दिन पहले दो स्थानों पर चुनावी सभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद पटना में रोड शो करेंगे। भाजपा इसे प्रधानमंत्री के सबसे व्यापक चुनावी अभियान के रूप में देख रही है। भाजपा ने रोड शो की तैयारियां तेज कर दी हैं। बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। हालांकि, एआईएमआईएम भी एक अलग गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में है। प्रशांत किशोर की जन सुराज भी 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
इनपुट- एजेंसी
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