नई दिल्लीः विदेश में बैठकर गैंग ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के करीब दिल्ली के एक एसएचओ के बेटे के होने की बात सामने आ रही है। द्वारका में 28 अक्टूबर की रात को गैंगस्टर रोहित लांबा पर हुई फायरिंग के मामले में उसकी इनवॉल्वमेंट के इनपुट मिले हैं। फिलहाल पुलिस अफसर इसकी तह तक जाने में जुटे है और फूंक-फूंक कर कदम रख रहे है। ताबड़तोड़ फायरिंग में शामिल सभी बदमाशों के पकड़े जाने का इंतजार किया जा रहा है।
दिलबाग सिंह की हत्या कर दी गई थीपुलिस सूत्रों ने बताया कि रोहित लांबा कुख्यात गैंगस्टर अशोक प्रधान गिरोह का मेंबर है। नीतू दाबोदिया के 2013 में एनकाउंटर में मारे जाने के बाद इस गैंग का सरगना अशोक प्रधान बना, जो जेल में बंद है। गैंगस्टर नीरज बवानिया भी एक वक्त इसी गिरोह में ही था। बाद में दाबोदिया से अदावत हो गई थी। इसके बाद से इन दोनों में गैंगवॉर शुरू हो गई, जिसमें अशोक प्रधान के भाई दिलबाग सिंह की हत्या कर दी गई थी।
2017 में असौदा का मर्डर कर दिया गयाबदला लेते हुए 2017 में झज्जर कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए बवानिया के रिश्ते में मामा लगने वाले राजीव उर्फ काला असौदा का मर्डर कर दिया गया। आरोप अशोक प्रधान गैंग पर लगा, जिस हत्याकांड में रोहित लांबा भी गिरफ्तार हुआ था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बवानिया के करीबी गैंगस्टर नवीन बाली ने रोहित पर कातिलाना हमला कराने के लिए भाऊ की मदद ली। एक एसएचओ के विदेश में रह रहे बेटे के वारदात के लिए हथियार-पैसे का इंतजाम करने की बात कही जा रही है।
बदमाशों के साथ मिली थी लड़कीजिस वक्त दो आरोपी मनीष और हिमांशु को दबोचा गया था, उस वक्त उनकी गाड़ी में एक लड़की भी थी। सूत्रों का कहना है कि वह मनीष उर्फ मनी की गर्लफ्रेंड है। यह लड़की एसएचओ के विदेश बैठे बेटे की भी दोस्त बताई जा रही है।
लांबा पर भी चार मर्डर समेत 20 केसपुलिस अफसरों ने बताया कि रोहित लांबा पर चार मर्डर समेत 20 केस दर्ज है। वह कुछ वक्त पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया है। क्राइम ब्रांच ने इसे 2022 में तब गिरफ्तार किया था, जब वो नजफगढ़ इलाके में सट्टा ऑपरेटरों पर फायरिंग करने के मामले में फरार चल रहा था।
दिलबाग सिंह की हत्या कर दी गई थीपुलिस सूत्रों ने बताया कि रोहित लांबा कुख्यात गैंगस्टर अशोक प्रधान गिरोह का मेंबर है। नीतू दाबोदिया के 2013 में एनकाउंटर में मारे जाने के बाद इस गैंग का सरगना अशोक प्रधान बना, जो जेल में बंद है। गैंगस्टर नीरज बवानिया भी एक वक्त इसी गिरोह में ही था। बाद में दाबोदिया से अदावत हो गई थी। इसके बाद से इन दोनों में गैंगवॉर शुरू हो गई, जिसमें अशोक प्रधान के भाई दिलबाग सिंह की हत्या कर दी गई थी।
2017 में असौदा का मर्डर कर दिया गयाबदला लेते हुए 2017 में झज्जर कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए बवानिया के रिश्ते में मामा लगने वाले राजीव उर्फ काला असौदा का मर्डर कर दिया गया। आरोप अशोक प्रधान गैंग पर लगा, जिस हत्याकांड में रोहित लांबा भी गिरफ्तार हुआ था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बवानिया के करीबी गैंगस्टर नवीन बाली ने रोहित पर कातिलाना हमला कराने के लिए भाऊ की मदद ली। एक एसएचओ के विदेश में रह रहे बेटे के वारदात के लिए हथियार-पैसे का इंतजाम करने की बात कही जा रही है।
बदमाशों के साथ मिली थी लड़कीजिस वक्त दो आरोपी मनीष और हिमांशु को दबोचा गया था, उस वक्त उनकी गाड़ी में एक लड़की भी थी। सूत्रों का कहना है कि वह मनीष उर्फ मनी की गर्लफ्रेंड है। यह लड़की एसएचओ के विदेश बैठे बेटे की भी दोस्त बताई जा रही है।
लांबा पर भी चार मर्डर समेत 20 केसपुलिस अफसरों ने बताया कि रोहित लांबा पर चार मर्डर समेत 20 केस दर्ज है। वह कुछ वक्त पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया है। क्राइम ब्रांच ने इसे 2022 में तब गिरफ्तार किया था, जब वो नजफगढ़ इलाके में सट्टा ऑपरेटरों पर फायरिंग करने के मामले में फरार चल रहा था।
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