नई दिल्ली: बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष बनने वाले हैं। सोमवार को कैब की वार्षिक आम बैठक होने वाली है। इसमें उनका अध्यक्ष चुना जाना बिल्कुल तय है। सौरव गांगुली ने 2015 में CAB में सचिव के रूप में शुरुआत की थी। जगमोहन डालमिया के निधन के बाद वे अध्यक्ष बने। 2019 तक पद पर रहने के बाद वह बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए थे। हालांकि इस बार गांगुली के कैब अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभावना आसान नहीं होगा। CAB वित्तीय अनियमितताओं और विश्वसनीयता की कमी से जूझ रहा है।
अपने भाई की जगह लेंगे दादा
सौरव गांगुली के अलावा बबलू कोलये के सचिव, मदन मोहन घोष का संयुक्त सचिव, संजय दास का कोषाध्यक्ष और अनु दत्ता का उपाध्यक्ष चुना जाना तय माना जा रहा है। अभी तक सौरव गांगुली के भाई स्नेहाशीष गांगुली ही इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्हें लोढ़ा कमेटी के नियमों के अनुसार छह साल के कार्यकाल की सीमा के कारण पद छोड़ना पड़ा। बंगाल की टीम मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है तो कई अन्य वजहों से कैब का छवि भी खराब हुई है।
वित्त समिति के सदस्य सुब्रत साहा पर हाल ही में हितों के टकराव का दोषी पाए जाने के बाद 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। एसोसिएशन पर भी जुर्माना लगाया गया था। इससे पहले अगस्त में संयुक्त सचिव देबब्रत दास को वित्तीय अनियमितता के आरोपों के कारण छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। पिछले रविवार को नामांकन दाखिल करने के बाद गांगुली ने कहा- ज्यादातर संगठनों में कुछ मुद्दे होते हैं। भविष्य में, अगर कोई मुद्दे होते हैं तो उनसे उचित तरीके से निपटा जाएगा।
दूसरे कार्यकाम में क्या होगा फोकस?
CAB अध्यक्ष के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में गांगुली ने अपनी प्राथमिकताओं को बताया है। वे बंगाल के प्रथम श्रेणी क्रिकेट को मजबूत करना चाहते हैं। इसके साथ ही बंगाल प्रो टी20 लीग को बढ़ावा देना, महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना और जमीनी स्तर पर ढांचे का विकास करना चाहते हैं। उन्होंने कहा- क्रिकेट प्रणाली को आगे बढ़ना होगा। मैं अपनी रणजी ट्रॉफी के क्रिकेटरों से बात करने की कोशिश करूंगा लेकिन टीम में बहुत सारे लोगों की जरूरत नहीं है। एक प्रशासक के रूप में मैं उन्हें सर्वोत्तम संभव चीजों के साथ मदद करूंगा।
अपने भाई की जगह लेंगे दादा
सौरव गांगुली के अलावा बबलू कोलये के सचिव, मदन मोहन घोष का संयुक्त सचिव, संजय दास का कोषाध्यक्ष और अनु दत्ता का उपाध्यक्ष चुना जाना तय माना जा रहा है। अभी तक सौरव गांगुली के भाई स्नेहाशीष गांगुली ही इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्हें लोढ़ा कमेटी के नियमों के अनुसार छह साल के कार्यकाल की सीमा के कारण पद छोड़ना पड़ा। बंगाल की टीम मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है तो कई अन्य वजहों से कैब का छवि भी खराब हुई है।
वित्त समिति के सदस्य सुब्रत साहा पर हाल ही में हितों के टकराव का दोषी पाए जाने के बाद 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। एसोसिएशन पर भी जुर्माना लगाया गया था। इससे पहले अगस्त में संयुक्त सचिव देबब्रत दास को वित्तीय अनियमितता के आरोपों के कारण छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। पिछले रविवार को नामांकन दाखिल करने के बाद गांगुली ने कहा- ज्यादातर संगठनों में कुछ मुद्दे होते हैं। भविष्य में, अगर कोई मुद्दे होते हैं तो उनसे उचित तरीके से निपटा जाएगा।
दूसरे कार्यकाम में क्या होगा फोकस?
CAB अध्यक्ष के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में गांगुली ने अपनी प्राथमिकताओं को बताया है। वे बंगाल के प्रथम श्रेणी क्रिकेट को मजबूत करना चाहते हैं। इसके साथ ही बंगाल प्रो टी20 लीग को बढ़ावा देना, महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना और जमीनी स्तर पर ढांचे का विकास करना चाहते हैं। उन्होंने कहा- क्रिकेट प्रणाली को आगे बढ़ना होगा। मैं अपनी रणजी ट्रॉफी के क्रिकेटरों से बात करने की कोशिश करूंगा लेकिन टीम में बहुत सारे लोगों की जरूरत नहीं है। एक प्रशासक के रूप में मैं उन्हें सर्वोत्तम संभव चीजों के साथ मदद करूंगा।
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