अमरावती: आंध्र प्रदेश के एक आदिवासी आश्रम स्कूल में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है।आदिवासी आश्रम स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने बच्चों से पैरों की मालिश कराई। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। 10 दिन पहले हुई इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया। एक वरिष्ठ वकील ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे बच्चों का शोषण और दुर्व्यवहार बताया। एन चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करते हुए इंचार्ज प्रिंसिपल को तुंरत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
छोटे बच्चों से करवाई मालिश
यह घटना आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम जिले के मोलियापुट्ट गांव स्थित एक आश्रम स्कूल में हुई। यहां की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने स्कूल में छात्रों से मालिश करवाई। लगभग 10 दिन पहले हुई इस घटना का खुलासा एक वीडियो सामने आने के बाद हुआ। मंगलवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सरकार के लिए शर्मिंदगी खड़ी हो गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षिका को तुरंत निलंबित कर दिया। वीडियो में दो छोटे बच्चे शिक्षिका के पैर मालिश करते हुए दिखाई दे रहे थे, जबकि वह अपने मोबाइल पर एक कॉल का जवाब दे रही थीं। विशाखापत्तनम बार एसोसिएशन के सदस्य और वरिष्ठ वकील एन सुमन ने इस घटना की निंदा की।
प्रिंसिपल को लेकर छिड़ी बहस
स्कूल के नियमित प्रधानाध्यापक के तबादले के बाद शिक्षिका को कार्यवाहक प्रधानाध्यापक बनाया गया था। स्कूल के सूत्रों ने बताया कि उनका सेवा का रिकॉर्ड अच्छा है और उन्होंने ऐसा कृत्य कभी नहीं किया। यह घटना मोलियापुट्ट स्थित बंदापल्ली गर्ल्स ट्राइबल आश्रम स्कूल में हुई। यहां लगभग 300 छात्राओं वाला आवासीय विद्यालय है। वीडियो में शिक्षिका एक कुर्सी पर आराम फरमा रही हैं। उनके पैर दूसरी कुर्सी पर हैं, जबकि दो लड़कियां उनके पैरों की मालिश करती नजर आ रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पार्वतीपुरम जिले के सीतामपेटा के एकीकृत आदिवासी विकास एजेंसी (आईटीडीए) के परियोजना अधिकारी पवार स्वप्निल जगन्नाथ ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और उन्हें निलंबित भी कर दिया। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
छोटे बच्चों से करवाई मालिश
यह घटना आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम जिले के मोलियापुट्ट गांव स्थित एक आश्रम स्कूल में हुई। यहां की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने स्कूल में छात्रों से मालिश करवाई। लगभग 10 दिन पहले हुई इस घटना का खुलासा एक वीडियो सामने आने के बाद हुआ। मंगलवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सरकार के लिए शर्मिंदगी खड़ी हो गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षिका को तुरंत निलंबित कर दिया। वीडियो में दो छोटे बच्चे शिक्षिका के पैर मालिश करते हुए दिखाई दे रहे थे, जबकि वह अपने मोबाइल पर एक कॉल का जवाब दे रही थीं। विशाखापत्तनम बार एसोसिएशन के सदस्य और वरिष्ठ वकील एन सुमन ने इस घटना की निंदा की।
प्रिंसिपल को लेकर छिड़ी बहस
स्कूल के नियमित प्रधानाध्यापक के तबादले के बाद शिक्षिका को कार्यवाहक प्रधानाध्यापक बनाया गया था। स्कूल के सूत्रों ने बताया कि उनका सेवा का रिकॉर्ड अच्छा है और उन्होंने ऐसा कृत्य कभी नहीं किया। यह घटना मोलियापुट्ट स्थित बंदापल्ली गर्ल्स ट्राइबल आश्रम स्कूल में हुई। यहां लगभग 300 छात्राओं वाला आवासीय विद्यालय है। वीडियो में शिक्षिका एक कुर्सी पर आराम फरमा रही हैं। उनके पैर दूसरी कुर्सी पर हैं, जबकि दो लड़कियां उनके पैरों की मालिश करती नजर आ रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पार्वतीपुरम जिले के सीतामपेटा के एकीकृत आदिवासी विकास एजेंसी (आईटीडीए) के परियोजना अधिकारी पवार स्वप्निल जगन्नाथ ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और उन्हें निलंबित भी कर दिया। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
You may also like

Video: मेक्सिको की राष्ट्रपति से घिनौनी हरकत, जबरदस्ती किस करने की कोशिश, कमर पर भी रखा हाथ

Weight Loss Tips : हर सुबह अपनाएं ये आदतें, और देखें कैसे घटता है पेट की चर्बी

चीनी प्रधानमंत्री ने सर्बियाई समकक्ष से मुलाकात की

एसआईआर पर बोले रविदास मेहरोत्रा, निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा चुनाव आयोग

मोहम्मद शमी का करियर होगा खत्म? सेलेक्टर्स के इस फैसले ने किया बहुत कुछ साफ... बाहर करने की ये बड़ी वजह आई सामने




