City Bus Prayagraj : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इलेक्ट्रॉनिक बसों के सफल संचालन के बाद, अब प्रयागराज में डबल डेकर इलेक्ट्रॉनिक बसों की शुरुआत की योजना बनाई जा रही है। इस परियोजना की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं और बसों के रूट भी निर्धारित कर दिए गए हैं। इन बसों को जिले के दो प्रमुख रूटों पर चलाने की योजना है।
महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में डबल डेकर इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन किया गया था। हालांकि, रेल अंडर ब्रिज की ऊंचाई कम होने के कारण इन बसों के लिए रूट तय करने में कठिनाई आ रही थी। इस वजह से इन बसों को राजापुर स्थित प्रयागराज डिपो के वर्कशॉप में खड़ा कर दिया गया था। हाल ही में, उत्तर प्रदेश रोडवेज प्रशासन ने उन मार्गों का सर्वेक्षण किया है, जहां इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन बिना किसी बाधा के किया जा सके। सर्वे के बाद, इन बसों के लिए रूट निर्धारित कर दिए गए हैं। इनमें प्रयागराज एयरपोर्ट से सिविल लाइंस बस स्टेशन और गोविंदपुर से प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
निर्धारित मार्ग पर कोई भी रेल अंडर ब्रिज नहीं है। एयरपोर्ट से चलने वाली डबल डेकर ई-बस झलवा, चौफटका रेल ओवर ब्रिज, हाईकोर्ट फ्लाई ओवर होते हुए सिविल लाइंस विवेकानंद मूर्ति चौराहा, लोक सेवा आयोग चौराहा, स्टैनली रोड तक पहुंचेगी। इसी प्रकार, गोविंदपुर से चलने वाली बस एमएनएनआईटी रेल ओवर ब्रिज, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बालसन चौराहा, रामबाग ओवर ब्रिज, बैरहना, नया यमुना पुल, नैनी होते हुए प्रयागराज छिवकी स्टेशन पहुंचेगी।
हालांकि, रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि इन दोनों रूटों पर डबल डेकर बस का संचालन लगभग तय है। कुछ अन्य रूटों पर भी विचार किया जा रहा है। अगले सप्ताह तक सभी प्रक्रियाएँ स्पष्ट हो जाएंगी। यह निश्चित है कि अगले महीने इन बसों का संचालन किसी भी दिन शुरू किया जा सकता है। यूपी रोडवेज प्रयागराज रीजन के सेवा प्रबंधक रविंद्र वर्मा ने बताया कि चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जा रहा है, जिससे अगले महीने इन बसों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है।
You may also like
भारत में फांसी की प्रक्रिया: जल्लाद की अंतिम बातें और नियम
छत्तीसगढ़ में माता-पिता ने 16 वर्षीय बेटे की हत्या की, मामला सामने आया
एलपीजी टैंकर और पिकअप की टक्कर से हुआ गैस रिसाव, 10 किलोमीटर तक लगा जाम
पंडित दीनदयाल अंत्योदय योजना: गरीबों के लिए रोजगार और सहायता
एक बेटे की प्रेरणादायक कहानी: मां की नौकरी से मुक्ति