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जम्हाई आना एक आम बात है। जम्हाई थकान, ऊब या नींद आने का संकेत है। हालाँकि, अगर आप लगातार जम्हाई लेते हैं, तो यह शरीर में किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, जम्हाई का सीधा संबंध मस्तिष्क, हृदय और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा से होता है। नियमित रूप से जम्हाई लेने से मस्तिष्क तरोताज़ा रहता है, लेकिन बार-बार जम्हाई लेना नींद की समस्या, नींद संबंधी विकार या थकान का कारण हो सकता है।
अधूरी नींद के कारण शरीर थका हुआ महसूस करता है और जागते रहने के लिए लगातार जम्हाई लेता रहता है। हालाँकि, कभी-कभी यह समस्या ज़्यादा गंभीर हो सकती है। बार-बार जम्हाई आना हृदय संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है। मस्तिष्क और हृदय 'वेगस तंत्रिका' नामक एक तंत्रिका से जुड़े होते हैं। अगर हृदय तनावग्रस्त या उत्तेजित है, तो शरीर ज़्यादा जम्हाई ले सकता है।
डॉक्टरों का कहना है कि मिर्गी या ट्यूमर जैसी मस्तिष्क संबंधी बीमारियाँ भी जम्हाई के पैटर्न को बदल सकती हैं। अगर जम्हाई के साथ सिरदर्द, एकाग्रता में कमी या याददाश्त कमज़ोर होने जैसे लक्षण भी हों, तो मस्तिष्क रोग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इसमें ऑक्सीजन और आयरन का संबंध भी महत्वपूर्ण है। अगर शरीर में आयरन की कमी हो, तो रक्त में ऑक्सीजन कम पहुँचती है, इसलिए शरीर जम्हाई लेकर जागते रहने की कोशिश करता है। ऐसी स्थिति में शरीर थका हुआ महसूस करता है और बार-बार जम्हाई लेता है।
चलने या स्ट्रेचिंग करने से भी शरीर को ऑक्सीजन मिलती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। अगर आपको लगातार जम्हाई आ रही है, और साथ ही सीने में दर्द, चक्कर आना, साँस लेने में तकलीफ या अत्यधिक थकान हो रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि यह सिर्फ़ एक साधारण जम्हाई नहीं है, बल्कि शरीर में किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का पहला संकेत हो सकता है।
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