इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हरमाड़ा हादसे के घायलों से एसएमएस अस्पलात में मुलाकात की है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में हादसों के बाद तब ही मुआवजा दिया जाता है, जब लोग धरना-प्रदर्शन करते हैं।
खबरों की माने तो जयपुर के हरमाड़ा हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, लेकिन अब तक सरकार की ओर से किसी प्रकार का मुआवजा घोषित नहीं किया गया है। गहलोत गुरुवार का एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर में हादसे में घायल मरीजों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि सरकार की यह संवेदनहीनता बेहद दुखद है। गहलोत ने कहा कि चाहे जोधपुर का हादसा हो या जैसलमेर में बस में आग लगने की घटना, सरकार तब ही हरकत में आती है जब लोग मॉर्च्युरी में धरना देते हैं। दबाव बनने पर मुआवजा घोषित किया जाता है। उन्होंने कहा कि हरमाड़ा में अचानक एक डंपर ने लोगों को कुचल दिया, लेकिन सरकार ने आज तक मुआवजे की घोषणा नहीं की।
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