बिहार के गया जिले के शेरघाटी में आयोजित एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने कांग्रेस पर संविधान से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बार-बार देश के संविधान के मूल तत्वों से खिलवाड़ कर रही है और यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है।
चौबे ने बिहार की राजनीति में सक्रिय रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू यादव पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "लालू यादव और उनके परिवार की असलियत अब जनता जान चुकी है। उनका असली चेहरा उजागर हो चुका है और बिहार की जनता उन्हें पहचान चुकी है।" उनका यह बयान राज्य में विपक्षी नेताओं द्वारा एनडीए सरकार को घेरने के प्रयासों के संदर्भ में था।
इसके बाद, चौबे ने विपक्षी नेताओं को 'जमीन घोटालों' और आपातकाल के दौरान किए गए अत्याचारों को लेकर भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को यह याद रखना चाहिए कि भारत में आपातकाल जैसी स्थिति से लोकतंत्र को कितना नुकसान हुआ था। उनका आरोप था कि विपक्ष आज भी लोकतंत्र के मूल्य और देश की स्वतंत्रता से खिलवाड़ करने का कोई मौका नहीं छोड़ता।
पूर्व मंत्री ने मोदी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आर्थिक, सामाजिक और रक्षा के क्षेत्रों में अभूतपूर्व तरक्की की है। उनकी नीतियों से देश की स्थिति मजबूत हुई है और हर वर्ग को लाभ मिला है।" चौबे ने कहा कि एनडीए ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया है और आने वाले चुनावों में बिहार में एनडीए की जबरदस्त वापसी होगी।
चौबे ने आगे कहा, "बिहार में एनडीए की सरकार फिर से बनेगी और राज्य में विकास की नई लहर आएगी। यहां के लोग अब समझ चुके हैं कि केवल एनडीए ही बिहार के विकास और समृद्धि के लिए काम कर सकता है।"
इस सम्मेलन में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में भाग लिया और सरकार के विकास कार्यों की सराहना की। अश्विनी चौबे ने सम्मेलन के दौरान विपक्ष को चुनौती दी कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में जनता के सामने अपने रिकॉर्ड और कामकाजी विधियों का हिसाब दें।