अयोध्या में राजकीय सम्मान के साथ सेना के जवानों ने दी सलामी प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय लोग रहे मौजूद
अयोध्या, 24 मई . वीरगति को प्राप्त लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ सेना के जवानों ने सलामी दी. इस मौके पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी और भारी संख्या में मौजूद लोगों ने बलिदानी लेफ्टिनेंट को श्रद्धांजलि प्रदान की. इस दौरान 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि बलिदानी लेफ्टिनेंट मांता को प्रदान की गई
अयोध्या निवासी लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी की पोस्टिंग सिक्किम में थी. गुरुवार को आपरेशनल गश्त के दौरान साथी अग्निवीर जवान नदी में गिर गया था. नदी के तेज बहाव में जवान बहने लगा. इसी बीच लेफ्टिनेंट शशांक नदी में कूद गए और उन्होंने जवान को मौत के मुंह से खींच कर बाहर निकाल लिया. लेकिन इस दौरान वह बलिदान हो गए. उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को ही सेना के विशेष विमान से महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट लाया गया था. रात में पार्थिव शरीर को मिलिट्री हॉस्पिटल में रखा गया था. दरअसल शहीद के पिता मर्चेंट नेवी में अमेरिका में तैनात हैं. सूचना मिलने पर वह शनिवार सुबह यहां पहुंचे. इसके बाद सुबह पार्थिव शरीर उनके आवास ले जाया गया. जहां से अंतिम यात्रा सरयू तट के लिए शुरू हुई. सेना की टुकड़ी ने उनके पार्थिव शरीर को गार्ड आफ आनर दिया. पिता जंग बहादुर तिवारी ने मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के समय सेना ने उनके पिता को तिरंगा सौंपा तो वह फफक पड़े. इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत भारी संख्या में लोगों ने बलिदानी लेफ्टिनेंट को श्रद्धांजलि दी.
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि कृषि मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शहीद लेफ्टिनेंट के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का प्रमाण पत्र परिजनों को सौंपा. गौरतलब है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बलिदानी के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी. इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ ही उनकी स्मृति में स्मारक बनाए जाने के लिए भी कहा था.
/ पवन पाण्डेय
You may also like
कर्नाटक में डॉक्टर बहू की हत्या के आरोप में सास-ससुर गिरफ़्तार, क्यों हैरान हैं एक्टिविस्ट और पुलिस
विकसित असम से विकसित भारत की ओर: मुख्यमंत्री सरमा
जागरूकता अभियान और तेज करने की जरूरत: मंत्री पियूष
डाक योद्धा बनें वीर फायर फाइटर, सीखे आग बुझाने की कलाएं: कर्नल विनोद
दिसंबर 2025 तक लगभग 10,000 लोको में कवच सुरक्षा प्रणाली लगाने का लक्ष्य