–संघ ने राष्ट्रवाद को जन- जन के जीवन का ध्येय बनाया
लखनऊ, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रवाद ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ‘मूल’ है जो इस वर्ष अपना अभिनंदनीय शताब्दी वर्ष मना रहा है। यह अद्भुत योग है कि आज आजादी के दिन ही महर्षि अरविंद घोष की जयंती भी है, जिन्होंने प्रखर राष्ट्रवाद का सपना देखा था।
उप मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि देश के आध्यात्मिक-सांस्कृतिक और आर्थिक जागरण में संघ की भूमिका ‘अकल्पनीय’ रही है। इस मायने में यह शताब्दी केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नहीं, बल्कि भारत के ‘नवजागरण’ की भी शताब्दी है। यह कम गौरव की बात नहीं कि शताब्दी वर्ष में एक स्वयंसेवक के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास देश की कमान है। उनके कुशल नेतृत्व में दुनिया में भारत का डंका बज रहा है।
केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा कि राष्ट्र आराधन में लीन संघ-तप, त्याग, सेवा और अनुशासन की यात्रा का वह प्रतीक है जिसने राष्ट्रवाद को जन- जन के जीवन का ध्येय बनाया। भगवान की कृपा से मुझे भी इस संगठन में एक स्वयंसेवक के नाते काम करने का अवसर मिला, जिसका मुझे गर्व है। संघ से प्रेरणा लेकर उसके लाखों प्रचारकों ने मां भारती की सेवा में अपना जीवन होम कर दिया है।
एक दूसरी पोस्ट में उप मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि सपा बहादुर अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी = पिछड़ों के असली दुश्मन! चाहते हैं कि पिछड़ा वर्ग सैफई परिवार की गुलामी करे। विधायक पूजा पाल, स्व. विधायक राजू पाल की विधवा, सपा के अराजक राज का दर्द जानती है। सपा शासन = हत्या, लूट, दहशत का पर्याय। योगी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार = जीरो टॉलरेंस, चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था का प्रतीक!
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
You may also like
War 2 Box Office: ऋतिक और Jr NTR की फिल्म ने स्वतंत्रता दिवस पर गाड़ा झंडा! दूसरे दिन की कमाई से 100 करोड़ पार
बाजार की दवा नहीं ये देसी रोटी है हरˈ मर्ज़ की अचूक औषधि – बवासीर रूसी जुकाम और पौरुष शक्ति का समाधान
यहां हर मर्द को करनी पड़ती है दो शादीˈ इनकार करने पर हो जाती है जेल
अलास्का में यूक्रेन युद्ध पर नहीं बनी बात... ट्रंप और पुतिन के बीच 3 घंटे बाद बेनतीजा रही बैठक, भारत की बढ़ सकती है मुश्किल
भोपाल में परिवार की सामूहिक आत्महत्या: एक दुखद घटना की कहानी