-जिले के परिषदीय स्कूलों में आईसीटी लैब का निर्माण
-अयोध्या के परिषदीय विद्यार्थियों की प्रतिभा में आने लगा निखार
अयोध्या, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अयोध्या जिले के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की प्रतिभा को निखारने और आधुनिक शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए 437 स्मार्ट क्लास और 72 सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब की स्थापना की गई है। यह पहल जिले के सभी विकास खंडों में लागू की गई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी डिजिटल शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
सरकार ने शिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब की स्थापना पर विशेष जोर दिया है। जिले में स्थापित 437 स्मार्ट क्लास में बड़ी एलईडी स्क्रीन के। माध्यम से पढ़ाई की व्यवस्था की गई है, जो बच्चों को ऑडियो-विजुअल माध्यम से शिक्षा प्रदान करती है। प्रत्येक स्मार्ट क्लास की स्थापना पर ढाई से तीन लाख रुपये की लागत आई है। वहीं, 72 आईसीटी लैब में पांच-पांच कंप्यूटर उपलब्ध हैं, जिनकी स्थापना लागत पांच से छह लाख रुपये प्रति लैब रही है। इन लैबों में बच्चों को कंप्यूटर और डिजिटल तकनीक से संबंधित शिक्षा दी जा रही है, जिससे वे आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार हो सकें।
2024 और 2025 में तेजी से हुआ विस्तार
पिछले वर्ष यानी 2024 में अयोध्या जिले में 225 स्मार्ट क्लास और 12 आईसीटी लैब स्थापित किए गए थे। इस वर्ष 2025 में इस दिशा में और तेजी लाते हुए 212 नई स्मार्ट क्लास और 60 अतिरिक्त आईसीटी लैब की स्थापना की गई है। यह प्रयास ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच शिक्षा की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। जिले के सभी विकास खंडों, जैसे रुदौली, मसौधा, और मया, में इन सुविधाओं का विस्तार किया गया है। विशेष रूप से रुदौली के कंपोजिट विद्यालय करीमपुर, शुक्लापुर, मया के जरही, और मसौधा के विट्ठलपुर जैसे विद्यालयों में इन सुविधाओं का लाभ बच्चों को मिल रहा है।
बच्चों का रुझान पढ़ाई की ओर बढ़ा
सरकार का यह प्रयास न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए है, बल्कि बच्चों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए भी है। स्मार्ट क्लास के माध्यम से शिक्षक अब पारंपरिक ब्लैकबोर्ड शिक्षण के साथ-साथ डिजिटल सामग्री का उपयोग कर रहे हैं। इससे बच्चों का रुझान पढ़ाई की ओर बढ़ा है, और जटिल अवधारणाओं को समझना उनके लिए आसान हो गया है। आईसीटी लैब में कंप्यूटर प्रशिक्षण के साथ-साथ इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों का उपयोग सिखाया जा रहा है, जो भविष्य में बच्चों के करियर निर्माण में सहायक होगा।
शिक्षक व अभिभावकों ने की सराहना
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का नया दौर अयोध्या जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के जिले में शिक्षा के क्षेत्र में यह तकनीकी क्रांति ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। पहले जहां ग्रामीण विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव था, वहीं अब स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब के जरिए बच्चे आधुनिक शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं। यह पहल न केवल शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठा रही है, बल्कि बच्चों में आत्मविश्वास और तकनीकी दक्षता भी विकसित कर रही है।शिक्षकों और अभिभावकों ने भी इस पहल की सराहना की है।
हजारों बच्चे डिजिटल शिक्षा का लाभ उठा रहे:अश्वनी
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अवनीश कुमार पाण्डेय ने बताया कि सरकार की इस पहल ने अयोध्या के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया युग शुरू किया है। 437 स्मार्ट क्लास और 72 आईसीटी लैब की स्थापना से जिले के हजारों बच्चे डिजिटल शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं। यह प्रयास न केवल शिक्षा को आधुनिक बना रहा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
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