सूरत, 24 मई . सूरत के सांसद मुकेशभाई दलाल ने महानगर पालिका आयुक्त शालिनी अग्रवाल को पत्र लिखकर शहर में तुर्कीवाड़, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे नामों से पहचाने जाने वाले क्षेत्रों के नाम तुरंत बदलने की मांग की है. उन्होंने ऐसे सभी क्षेत्रों की सूची बनाकर नए नाम रखने की अपील की है.
सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि सामान्यतः शहरों में गलियों, मोहल्लों, मुख्य सड़कों या बस्तियों आदि के नामकरण के पीछे कोई न कोई इतिहास होता है. यह नामकरण उन क्षेत्रों की ऐतिहासिक, भौगोलिक या सांस्कृतिक पहचान बनता है. राष्ट्र, राज्य या शहर के महापुरुषों, उस क्षेत्र के सामाजिक-राजनीतिक अग्रणियों या देश के शहीदों के नाम पर नामकरण किया जाता है, जिसमें औचित्य भी होता है कि आने वाली पीढ़ी उन्हें उनके नाम और कार्यों से पहचाने.
सांसद ने दुख जताते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात यह है कि सूरत शहर के कई इलाके ऐसे नामों से जाने जाते हैं जो भारत के शत्रु देशों के हैं. ऐसे देश जो भारत में आतंकवाद, कट्टर सांप्रदायिकता को प्रोत्साहन और समर्थन देते हैं, देश में अस्थिरता पैदा करते हैं तथा देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं, उनके नामों पर नामकरण क्यों किया जाता है? आज शहर में कई इलाके तुर्कीवाड़ा, बांग्लादेश, पाकिस्तान जैसे कट्टर शत्रु देशों के नाम से जाने जाते हैं, जो देश के वीर जवानों का अपमान है. यह सूरतवासियों का अपमान है.
सांसद ने कहा कि सूरत शहर में इस प्रकार के नामकरण बिलकुल स्वीकार्य नहीं हैं. महानगर पालिका जल्द से जल्द इन क्षेत्रों की पहचान कर सूची तैयार करे और जनभावनाओं के अनुरूप राष्ट्रवादी नामों से नए सिरे से नामकरण की प्रक्रिया शुरू करे.
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/ बिनोद पाण्डेय
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