कोलकाता, 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । शिक्षक दिवस के अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के दूसरे राष्ट्रपति और महान दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए शिक्षक दिवस पर शिक्षकों, प्राध्यापकों और शिक्षा से जुड़े कर्मियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को ज्ञान और संस्कार देने के पीछे सबसे बड़ा योगदान शिक्षकों का ही है।
ममता बनर्जी ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षक ही वे असली कारीगर हैं जो नईवय पीढ़ी को शिक्षा की रोशनी से आलोकित करते हैं। उन्होंने समाज में शिक्षकों की इस भूमिका को अतुलनीय बताते हुए उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से शिक्षक दिवस का आयोजन पूरे सम्मान और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के चुनिंदा शिक्षकों को ‘शिक्षारत्न’ सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही राज्य के सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में उन मेधावी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने इस वर्ष की माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, जॉइंट एंट्रेंस, आलिम, फाजिल, हाई-मदरसाह, आईसीएसई, आईएससी, सीबीएसई और व्यावसायिक परीक्षाओं की मेरिट सूची में स्थान पाया है।
ममता बनर्जी ने अंत में सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को पुनः शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो समाज को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करती है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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